रंजीत संपादक
दिनांक 04.10.2024 को वादी इस्माइल पुत्र निवासी मधुबन नगर काशीपुर द्वारा थाना हाजा पर तहरीरी सूचना दी कि दिनांक 24-09-24 की रात्रि को उसने अपनी कार स्विफट डिजायर रजि0 संख्या न्ज्ञ 18 6333 को रात्रि में अपने घर के बाहर खडी की थी अगले दिन सुबह देखा तो गाड़ी घर के बाहर नहीं मिली जिस पर उसके द्वारा स्वंय काफी खोजबीन की किन्तु गाड़ी नहीं मिली तत्पश्चात् वादी की तहरीरी सूचना के आधार पर थाना हाजा पर मु0अ0सं0-386/24 धारा 303(2) बी0एन0एस0 बनाम अज्ञात पंजीकृत किया गया। पुलिस द्वारा चोरी गयी कार की सुरागरसी पतारसी करते हुए व बाउम्मीद माल मुल्जिमान में आज मुखबिर की सूचना पर अलीगंज रोड पर ओवर ब्रिज हाईवे के नीचे लगभग 100 मीटर आगे अभियुक्त वसीम पुत्र फुरकान निवासी घोड़ेवाला थाना बहादराबाद जनपद हरिद्वार उम्र 20 वर्ष के कब्जे से उक्त वाहन बरामद किया गया जिस पर न्ज्ञ 08।ळ 2723 की नम्बर प्लेट लगी हुयी थी, के बोनट को खोलकर चेसिस नम्बर का मिलान थाना काशीपुर पर पंजीकृत मुकदमा उपरोक्त से सम्बन्धित चोरी गयी कार के चेसिस नम्बर से मिलान होना पाया जिसकी इंजन नम्बर प्लेट निकाली हुई थी। पकड़े हुए व्यक्ति से वाहन के इंजन नम्बर प्लेट के बारे पूछा तो बताया कि यह कार दिनांक 25.09.24 की रात्रि को योगेश व उसके भाई आस मौहम्मद उर्फ आसू ने काशीपुर से चुरायी थी आज इन दोनों ने मुझे अलीगंज व पैगा क्षेत्र में वाहन चोरी करने हेतु रैकी करने भेजा था तथा शाम को इसी फलाई ओवर के पास मिलने को कहा था और बताया कि उसके भाई आस मौहम्मद, योगेश व उसके अन्य 02 साथियों ने मिलकर मुरादाबाद से 02 कार, सम्भल से 02 कार, बिजनौर से 01 कार चोरी की हैं जिसको हम लोग मिलकर पुरानी एक्सीडेण्टल तथा जिन गाड़ियों को फिटनेस समाप्त हो जाता है जो स्क्रैप में कटने के लिए आती हैं के चेसिस व इंजन नम्बर निकालकर उनको टेम्पर्ड कर चोरी की गयी कारों पर लगाकर ऊंचे दामों में बेचते हैं।
श्रीमान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय जनपद उधमसिंहनगर के आदेशानुसार श्रीमान पुलिस अधीक्षक काशीपुर महोदय/क्षेत्राधिकारी महोदय के निर्देशन में एवं प्रभारी निरीक्षक कोतवाली काशीपुर के नेतृत्व में घटना में वांछित अभियुक्त की गिरफतारी हेतु पुलिस टीम का गठन किया गया। पुलिस टीम द्वारा सुरागरसी/पतारसी करते हुए वांछित अभि0 को आज दिनांक 07-10-2024 को मय चोरी गयी कार स्विफट डिजायर रजि0 संख्या न्ज्ञ 18 6333 के साथ गिरफतार किया गया। अभियुक्त को माननीय न्यायालय पेश किया जा रहा है जिसका आपराधिक इतिहास ज्ञात किया जा रहा है तथा इसके साथियों की सुरागरसी/पतारसी की जा रही है।